情報 プロローグ 1日目 2日目 3日目 4日目 5日目 エピローグ 終了
[1] [2] [3] [4] [5] [6] [7] [8] [9] [10] [11] [12] [13] [14] [15] [16] [17] [18] [19] [20] [21] [22] [23] [24] [25] [26] [27] [28] [29] [30] [31] [32] [33] [34] [35] [36] [37] [38] [39] [40] [41] [42] [43] [44] [45] [46] [47] [48] [49] [50] [51] [52] [53] [54] [55] [56] [57] [58] [59] [60] [61] [62] [63] [64] [65] [66] [67] [68] [69] [70] [71] [72] [73] [74] [75] [76] [77] [78] [79] [80] [81] [82] [83] [84] [85] [86] [87] [メモ/メモ履歴] / 絞り込み / 発言欄へ
/*
やだ…アッキー先輩ちょーかっこいい…。
ほれてまうやろぉぉぉぉ
…これが「恋」なのかしら。
ライバルがクルミちゃんか…ま、負けないもん!
僕男だけど…だけど受け止めてせんぱあああい!!(暴走
嘘ですごめんなさい。
/*
[ソラとナオの会話が聞こえれば、ナオに言う]
そりゃ生き返りたいけど、僕の世界も戻るんだったら…って随分と都合の良い事になっちゃうのよね?
それは置いといて、あのね…
ヨシアキさんに…
「怨んでない」ってだけ伝えてくれないかな?
[ただ生まれた世界が違うだけ。
お互い自分の世界を守りたかっただけと言う事は忘れていない。
だから気持ちを伝えれるのならとナオに頼んでみた。]
[ソラとナオの会話が聞こえれば、ナオに言う]
そりゃ生き返りたいけど、僕の世界も戻るんだったら…って随分と都合の良い事になっちゃうのよね?
それは置いといて、あのね…
ヨシアキさんに…
「怨んでない」ってだけ伝えてくれないかな?
[ただ生まれた世界が違うだけ。
お互い自分の世界を守りたかっただけと言う事は忘れていない。
だから気持ちを伝えれるのならとナオに頼んでみた。]
そいや、動けんだっけこれ。
[ぺい、と一歩踏み出してみる。
ふよんと靴の裏が空間に浮いた。
水の中を泳ぐような浮遊感が身体を包む。
足元が柔らかくて安定しないが、
これはこれで、ちっと楽しい。
…いやそんな場合じゃないけれど]
ここに残れば、それは叶わないだろ?
…それでも、いいのか?
[今はそれ以上を言わずに、
クルミが彼女自身の心を知るべく問いを重ねる。
目が合えば、漸く再び少し笑った。
静かに、穏やかな口調で短く続ける。]
大事なんだろ?
[1] [2] [3] [4] [5] [6] [7] [8] [9] [10] [11] [12] [13] [14] [15] [16] [17] [18] [19] [20] [21] [22] [23] [24] [25] [26] [27] [28] [29] [30] [31] [32] [33] [34] [35] [36] [37] [38] [39] [40] [41] [42] [43] [44] [45] [46] [47] [48] [49] [50] [51] [52] [53] [54] [55] [56] [57] [58] [59] [60] [61] [62] [63] [64] [65] [66] [67] [68] [69] [70] [71] [72] [73] [74] [75] [76] [77] [78] [79] [80] [81] [82] [83] [84] [85] [86] [87] [メモ/メモ履歴] / 絞り込み / 発言欄へ
情報 プロローグ 1日目 2日目 3日目 4日目 5日目 エピローグ 終了